The official logo for the brand - Spiritual Hindu

Spiritual Hindu

DeitiesTemplesDaily PanchangAartiBhajansChalisaAbout UsContact Us

श्री विश्वकर्मा जी चालीसा | In Hindi

Video
Audio
Lyrics
Video PlaceholderVideo Play Icon
Language:
Hindi
Icon for share on facebookIcon for share on twitterIcon for share on pinterestIcon for share on whatsapp
Icon for copy
श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊँ, चरणकमल धरिध्य़ान ।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान ।।

जय श्री विश्वकर्म भगवाना । जय विश्वेश्वर कृपा निधाना ।।
शिल्पाचार्य परम उपकारी । भुवना-पुत्र नाम छविकारी ।।

अष्टमबसु प्रभास-सुत नागर । शिल्पज्ञान जग कियउ उजागर ।।
अद्रभुत सकल सुष्टि के कर्त्ता । सत्य ज्ञान श्रुति जग हित धर्त्ता ।।

अतुल तेज तुम्हतो जग माहीं । कोइ विश्व मँह जानत नाही ।।
विश्व सृष्टि-कर्त्ता विश्वेशा । अद्रभुत वरण विराज सुवेशा ।।

एकानन पंचानन राजे । द्विभुज चतुर्भुज दशभुज साजे ।।
चक्रसुदर्शन धारण कीन्हे । वारि कमण्डल वर कर लीन्हे ।।

शिल्पशास्त्र अरु शंख अनूपा । सोहत सूत्र माप अनुरूपा ।।
धमुष वाण अरू त्रिशूल सोहे । नौवें हाथ कमल मन मोहे ।।

दसवाँ हस्त बरद जग हेतू । अति भव सिंधु माँहि वर सेतू ।।
सूरज तेज हरण तुम कियऊ । अस्त्र शस्त्र जिससे निरमयऊ ।।

चक्र शक्ति अरू त्रिशूल एका । दण्ड पालकी शस्त्र अनेका ।।
विष्णुहिं चक्र शुल शंकरहीं । अजहिं शक्ति दण्ड यमराजहीं ।।

इंद्रहिं वज्र व वरूणहिं पाशा । तुम सबकी पूरण की आशा ।।
भाँति – भाँति के अस्त्र रचाये । सतपथ को प्रभु सदा बचाये ।।

अमृत घट के तुम निर्माता । साधु संत भक्तन सुर त्राता ।।
लौह काष्ट ताम्र पाषाना । स्वर्ण शिल्प के परम सजाना ।।

विद्युत अग्नि पवन भू वारी । इनसे अद् भुत काज सवारी ।।
खान पान हित भाजन नाना । भवन विभिषत विविध विधाना ।।

विविध व्सत हित यत्रं अपारा । विरचेहु तुम समस्त संसारा ।।
द्रव्य सुगंधित सुमन अनेका । विविध महा औषधि सविवेका ।।

शंभु विरंचि विष्णु सुरपाला । वरुण कुबेर अग्नि यमकाला ।।
तुम्हरे ढिग सब मिलकर गयऊ । करि प्रमाण पुनि अस्तुति ठयऊ ।।

भे आतुर प्रभु लखि सुर–शोका । कियउ काज सब भये अशोका ।।
अद् भुत रचे यान मनहारी । जल-थल-गगन माँहि-समचारी ।।

शिव अरु विश्वकर्म प्रभु माँही । विज्ञान कह अतंर नाही ।।
बरनै कौन स्वरुप तुम्हारा । सकल सृष्टि है तव विस्तारा ।।

रचेत विश्व हित त्रिविध शरीरा । तुम बिन हरै कौन भव हारी ।।
मंगल-मूल भगत भय हारी । शोक रहित त्रैलोक विहारी ।।

चारो युग परपात तुम्हारा । अहै प्रसिद्ध विश्व उजियारा ।।
ऋद्धि सिद्धि के तुम वर दाता । वर विज्ञान वेद के ज्ञाता ।।

मनु मय त्वष्टा शिल्पी तक्षा । सबकी नित करतें हैं रक्षा ।।
पंच पुत्र नित जग हित धर्मा । हवै निष्काम करै निज कर्मा ।।

प्रभु तुम सम कृपाल नहिं कोई । विपदा हरै जगत मँह जोइ ।।
जै जै जै भौवन विश्वकर्मा । करहु कृपा गुरुदेव सुधर्मा ।।

इक सौ आठ जाप कर जोई । छीजै विपति महा सुख होई ।।
पढाहि जो विश्वकर्म-चालीसा । होय सिद्ध साक्षी गौरीशा ।।

विश्व विश्वकर्मा प्रभु मेरे । हो प्रसन्न हम बालक तेरे ।।
मैं हूँ सदा उमापति चेरा । सदा करो प्रभु मन मँह डेरा ।।


करहु कृपा शंकर सरिस, विश्वकर्मा शिवरुप ।
श्री शुभदा रचना सहित, ह्रदय बसहु सुरभुप ।।

Immerse Yourself in Melodious Bhajans / Aartis

Discover videos, songs and lyrics that connect to you spiritually

उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है Lyrics icon

उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है

उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है |जो सोवत है सो खोवत है, जो जगत है सोई पावत है ||टुक नींद से अखियाँ खोल जरा

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे Lyrics icon

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे |यह विनती है पल पल छिन छिन, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे ||चाहे वैरी सब स

घूँघट के पट खोल Lyrics icon

घूँघट के पट खोल

घूँघट के पट खोल रे,तोहे पिया मिलेंगे ।घट घट मै तेरे साईं बसत है,कटुक बचन मत बोल रे ।धन जोबन का गरब ना कीजे,झूठा इन का मो

कुछ लेना ना देना मगन रहना Lyrics icon

कुछ लेना ना देना मगन रहना

कुछ लेना ना देना मगन रहना |पांच तत्व का बना है पिंजरा,भीतर बोल रही मैना |तेरा पिया तेरे घाट मै बसत है,देखो री सखी खोल नै

भाव का भूखा हूँ मैं बस भाव ही एक सार है Lyrics icon

भाव का भूखा हूँ मैं बस भाव ही एक सार है

भाव का भूखा हूँ मैं, बस भाव ही एक सार है |भाव से मुझ को भजे तो, उसका बेडा पार है ||अन्न धन अरु वस्त्र भूषण, कुछ न मुझको

इन्साफ का मन्दिर है यह भगवान् का घर है Lyrics icon

इन्साफ का मन्दिर है यह भगवान् का घर है

इन्साफ का मन्दिर है यह, भगवान् का घर है |कहना है जो कह दे, किस बात का डर है ||है खोट तेरे मन मे, जो भगवान् से है दूर |है

View All

Unveiling Connected Deities

Discover the Spiritual Tapestry of Related Deities

Jagannatha

Jagannatha

Jagannatha | Ratha Yatra, Puri, India

Ganesha

Ganesha

Ganesha | Meaning, Symbolism, & Facts

Shashthi

Shashthi

Shashthi | Mother of Skanda, Protector of Children, Fertility Goddess

Aditi

Aditi

Aditi | Vedic Goddess, Mother of Gods & Cosmic Order

Parashurama

Parashurama

Parashurama | Axe-wielding Warrior, Avatar, Brahmin

Indra

Indra

Indra | Hindu God of War, Rain & Thunder

View All

Discover Sacred Temples

Embark on a Spiritual Journey Through Related Temples

Maa Chandi Devi Mandir

Maa Chandi Devi Mandir

Mehrauli, Uttar Pradesh

Ganesh Mandir

Ganesh Mandir

Indore, Madhya Pradesh

Hanuman Mandir

Hanuman Mandir

Pokhdaur, Madhya Pradesh

देवनारायण जी मन्दिर-त्योदा

देवनारायण जी मन्दिर-त्योदा

Tyoda, Rajasthan

Hanuman Mandir,Chhoti Mahuli Road,Munger

Hanuman Mandir,Chhoti Mahuli Road,Munger

Chakbir, Bihar

सिंहवाहिनी मंदिर

सिंहवाहिनी मंदिर

Anuppur, Madhya Pradesh

View All
Searches leading to this page
श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan in Hindi | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा devotional song | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan lyrics | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan youtube | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan online | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा religious song | श्री विश्वकर्मा जी चालीसा bhajan for meditation
Other related searches
उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है devotional song | घूँघट के पट खोल bhajan for meditation | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan lyrics | घूँघट के पट खोल devotional song | घूँघट के पट खोल religious song | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan online | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan for meditation | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है religious song | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे religious song | घूँघट के पट खोल bhajan lyrics | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan lyrics | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan youtube | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan youtube | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan in Hindi | घूँघट के पट खोल bhajan | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan | घूँघट के पट खोल bhajan in Hindi | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan in Hindi | उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत है bhajan online | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे bhajan for meditation | मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मे devotional song | घूँघट के पट खोल bhajan online | घूँघट के पट खोल bhajan youtube
Similar Bhajans
उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहाँ जो सोवत हैमिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों मेघूँघट के पट खोलकुछ लेना ना देना मगन रहनाभाव का भूखा हूँ मैं बस भाव ही एक सार हैइन्साफ का मन्दिर है यह भगवान् का घर है